सोशल मीडिया पर पारंपरिक वेशभूषा और नंगे पैर राष्ट्रपति से पद्म श्री पुरस्कार लेने वाली एक महिला की तस्वीर वायरल हो रही है जिसे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रणाम कर रहे हैं।
लोग सवाल कर रहे हैं कि ये महिला कौन है। हम आपको बताते हैं कि ये महिला कर्नाटक की 77 साल की तुलसी गौड़ा हैं जिन्हें जंगलों की इनसाइक्लोपीडिया कहा जाता है। उन्होंने अब तक कुल 3000 पेड़ लगाकर पर्यावरण की सेवा की है।
अगासुर नर्सरी में वो 3 लाख से ज्यादा पेड़-पौधों की देखभाल करतीं हैं। उन्होंने बीते 50 सालों में इस नर्सरी को अपने पसीने से सींचा है। तुलसी कर्नाटक के हलक्की जनजाति से ताल्लुक रखतीं हैं।
प्रकृति प्रेम की वजह से उन्होंने जंगल को ही अपना घर बना लिया…उन्हें जंगल के हजारों-लाखों पेड़-पौधों और जड़ी-बूटियों का ज्ञान है।तभी तो उन्हें जंगल का विश्वकोष कहा जाता है।

पद्मश्री पुरस्कार मिलने तुलसी गौड़ा ने कहा कि उन्हें पुरस्कार की खुशी तो है लेकिन उन्हें असली प्रसन्नता जंगल में पेड़-पौधों से ही मिलती है।

उन्होंने जंगल की कटीली और पथरीली जमीन से राष्ट्रपति भवन के रेड कारपेट तक का सफर तय किया है। तुलसी गौड़ा की कहानी आपको कैसी लगी ? हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर ज़रूर बताएं। ताज़ा खबरों के लिए पढ़ते रहें www.dainiknavodaya.com